आईबीएन, प्रयागराज। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अनूठी पहल ने संगम नगरी प्रयागराज को एक विशाल कैनवास में तब्दील कर दिया है। महाकुंभ-2025 के लिए प्रयागराज की दीवारों पर धर्म, संस्कृति, और आस्था के रंगों से जुड़ी पेंटिंग्स बनाई जा रही हैं। देशभर से आए कलाकार दिन-रात सनातन धर्म से जुड़े प्रतीकों को इन दीवारों पर उकेरने में जुटे हैं। इस भव्य परियोजना के तहत 10 लाख स्क्वायर फीट से भी बड़े क्षेत्र में दीवारों को सजाया जा रहा है।
कलाकारों की मेहनत और योगदान
इंदौर की अर्चना जाधव की 70 सदस्यों वाली टीम इन दीवारों पर म्यूरल पेंटिंग, 3डी आर्ट, और मधुबनी आर्ट जैसी शैलियों में काम कर रही है। अर्चना और उनकी टीम ने नटराज की 108 नृत्य मुद्राएं भी दीवारों पर उकेरी हैं। विशेष रूप से रामायण के दृश्य दीवारों पर जीवंत किए जा रहे हैं, जिनमें भगवान राम, माता सीता, और हनुमान की झलक देखने को मिलेगी।

पुणे के अमित दरस्तवार की टीम भी मेला क्षेत्र में गंगा माता, साधु, और हिंदू धर्म के प्रतीकों की रियलिस्टिक पेंटिंग्स बना रही है। उनकी टीम ने समुद्र मंथन और सप्त ऋषि जैसे पौराणिक दृश्यों को दीवारों और फ्लाईओवर पिलर्स पर उकेरा है।
सुरक्षा और दीर्घकालिकता

कलाकारों का मानना है कि यदि इन पेंटिंग्स को ठीक से संरक्षित किया जाए और उन्हें नुकसान से बचाया जाए, तो ये पेंटिंग्स पांच साल तक सुरक्षित रह सकती हैं। कलाकार अर्चना जाधव ने कहा कि ये पेंटिंग्स दो साल तक अपने मूल स्वरूप में बनी रहेंगी, बशर्ते कोई इन्हें क्षति न पहुंचाए।
मुख्यमंत्री योगी की पहल की सराहना
अर्चना, अमित, और अन्य कलाकारों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की इस पहल की भूरि-भूरि प्रशंसा की है। उनका कहना है कि जब देश-विदेश से श्रद्धालु महाकुंभ में आएंगे, तो सनातन संस्कृति, रामायण, भगवान राम, श्रीकृष्ण, और अन्य हिंदू प्रतीकों को देखकर मुख्यमंत्री योगी को धन्यवाद देंगे।

साल 2019 में अर्द्ध कुंभ के दौरान भी मुख्यमंत्री योगी की पहल पर हजारों छात्रों और कलाकारों ने “जय गंगे” थीम की पेंटिंग बनाकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराया था।
