मौजूदा अधिकारियों के काम से एमडी असंतुष्ट, प्रतिनियुक्ति पर 7 आईएफएस अफसरों की मांग
गणेश पाण्डेय, भोपाल। आर्थिक संक्रमणकाल से गुजर रहे वन विकास निगम (MP Forest Development Corporation) में प्रशासनिक फेरबदल की तैयारी शुरू हो गई है। निगम प्रबंधन ने शासन से सात आईएफएस अधिकारियों की सेवाएं प्रतिनियुक्ति पर सौंपने का अनुरोध किया है। बताया जा रहा है कि निगम के वर्तमान अफसरों के कामकाज से प्रबंध संचालक एच. यू. खान असंतुष्ट हैं और वे नई टीम के साथ काम करना चाहते हैं।
सूत्रों के अनुसार, निगम के एमडी एच. यू. खान ने इस संबंध में वन बल प्रमुख (PCCF) वी. एन. अंबाड़े को पत्र भेजा है। पत्र में उल्लेख किया गया है कि निगम में उच्च प्रबंधन स्तर पर बदलाव की आवश्यकता महसूस की जा रही है, ताकि संगठन की कार्यकुशलता में सुधार लाया जा सके और वित्तीय स्थिति को मजबूत किया जा सके।
कमोलिका मोहन्ता को एएमडी पद पर लाने की तैयारी
वन विकास निगम में वर्तमान में अपर प्रबंध संचालक (AMD) का एक पद है, जिस पर अर्चना शुक्ला पदस्थ हैं। सूत्रों का कहना है कि एमडी खान इस पद पर बदलाव चाहते हैं और उन्होंने शासन से एपीसीसीएफ (प्रशासन-2) कमोलिका मोहन्ता की सेवाएं प्रतिनियुक्ति पर उपलब्ध कराने का आग्रह किया है।
निगम प्रबंधन का मानना है कि कमोलिका मोहन्ता के पास व्यापक प्रशासनिक अनुभव है और उनके नेतृत्व में निगम की कार्यप्रणाली में सुधार आएगा।
सात अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति का प्रस्ताव
पत्र में निगम ने निम्नलिखित आईएफएस अधिकारियों की सेवाएं प्रतिनियुक्ति पर मांगी हैं—
- कमोलिका मोहन्ता, एपीसीसीएफ प्रशासन-2
- राखी नंदा, निदेशक, सतपुड़ा टाइगर रिजर्व
- अशोक कुमार, सीसीएफ, होशंगाबाद
- मयंक गुर्जर, डीएफओ, होशंगाबाद
- अंकित पांडेय, डीएफओ, ग्वालियर
- अखिल बंसल, डीएफओ, सिंगरौली
- ईश्वर जरांडे, डीएफओ, दमोह
एमडी खान ने इन अधिकारियों को निगम में विभिन्न परियोजनाओं, योजना प्रबंधन और वन उत्पाद संवर्धन कार्यों में तैनात करने का प्रस्ताव दिया है।
दो वरिष्ठ अफसरों की सेवाएं लौटाने की सिफारिश
इसके साथ ही निगम ने वर्तमान में पदस्थ दो वरिष्ठ अधिकारियों — वन संरक्षक एवं रीजनल जीएम आलोक पाठक और निगम मुख्यालय में पदस्थ अनिल शुक्ला — की सेवाएं वन विभाग को वापस सौंपने की अनुशंसा की है।
सूत्रों के मुताबिक, एमडी खान द्वारा भेजे गए इस प्रस्ताव का उद्देश्य निगम में नई ऊर्जा और परिणाम-उन्मुख कार्यसंस्कृति लाना है। निगम की आर्थिक स्थिति में सुधार और परियोजनाओं की रफ्तार बढ़ाने के लिए यह कदम अहम माना जा रहा है।
निगम के पुनर्गठन की दिशा में कदम
वन विकास निगम पिछले कुछ समय से राजस्व में गिरावट और परियोजनाओं के सुस्त प्रदर्शन को लेकर चर्चा में है। ऐसे में प्रबंधन द्वारा नई टीम बनाने की कवायद निगम की आर्थिक सेहत सुधारने और कार्यकुशलता बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
