आईबीएन, नागपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने उन अटकलों का खंडन किया है जिनमें बीजेपी और आरएसएस के बीच गतिरोध की बात कही जा रही थी। आरएसएस के महासचिव दत्तात्रेय होसबोले ने इसे स्पष्ट करते हुए कहा कि दोनों संगठनों में गहरे पारिवारिक संबंध हैं और किसी भी तरह की असहमति का निपटारा आंतरिक रूप से ही किया जाता है। उन्होंने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के बयान का हवाला देते हुए कहा कि ऐसे मुद्दों को सार्वजनिक रूप से उठाने की आवश्यकता नहीं है।
होसबोले ने बताया कि नड्डा से मुलाकात के दौरान उन्होंने एक सौहार्दपूर्ण माहौल में बातचीत की और साथ में भोजन भी किया, जिससे दोनों के बीच एक मजबूत संबंध का संकेत मिलता है। उन्होंने राजनीतिक मंचों पर आरएसएस और बीजेपी के बीच विभाजन की अटकलों को खारिज किया और जोर देकर कहा कि दोनों संगठनों का संबंध आत्मनिर्भरता पर आधारित है।
संवाद से ही राहुल गांधी अपने आदर्शों को मजबूत बना सकते हैं
होसबोले ने राहुल गांधी को भी बातचीत का निमंत्रण दिया, यह कहते हुए कि वे आरएसएस से खुले दिल से चर्चा कर सकते हैं। राहुल गांधी की ‘मोहब्बत की दुकान’ वाले बयान का जिक्र करते हुए होसबोले ने कहा कि यदि वे वाकई प्यार और एकता की बात करते हैं, तो उन्हें आरएसएस के साथ संवाद के लिए आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि संवाद से ही वे अपने आदर्शों को मजबूत बना सकते हैं, और आरएसएस हमेशा संवाद का स्वागत करता है।