विदेश मंत्रालय का बयान: राहुल गांधी की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया और भारत-अमेरिका संबंधों की स्पष्टता
आईबीएन, प्रयागराज। विदेश मंत्रालय ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर की गई टिप्पणी को “अफसोसजनक” करार दिया। राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री की तुलना अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से करते हुए उनकी याददाश्त पर कटाक्ष किया था।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने इस टिप्पणी को खारिज करते हुए कहा कि यह सरकार की स्थिति को नहीं दर्शाती। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत और अमेरिका के बीच संबंध मजबूत साझेदारी, आपसी सम्मान और वर्षों की मेहनत पर आधारित हैं। जायसवाल ने कहा, “भारत और अमेरिका की बहुआयामी साझेदारी हमारे सहयोग और सम्मान की गहरी नींव पर टिकी हुई है। इस तरह की टिप्पणियां हमारे दोनों देशों के गर्मजोशी भरे और दोस्ताना संबंधों के अनुरूप नहीं हैं।”
एलएसी पर गश्त को लेकर विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया
वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारतीय सैनिकों की गश्त के सवाल पर जायसवाल ने कहा कि यह प्रक्रिया जारी है। उन्होंने बताया कि भारत और चीन के बीच पहले से तय समझौतों के तहत सैनिक गश्त कर रहे हैं।
पूर्वी लद्दाख के डेमचोक और देपसांग क्षेत्रों में गश्त की प्रक्रिया भारत और चीन की सेनाओं ने अक्तूबर के अंत में शुरू की थी, जब दोनों पक्ष इन क्षेत्रों से पीछे हटने पर सहमत हुए थे। हालांकि, गलवान घाटी में 2020 की हिंसक झड़प के बाद से भारत-चीन संबंध काफी तनावपूर्ण रहे हैं।
विदेश मंत्रालय ने यह भी कहा कि भारत अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है और इस दिशा में सैन्य तथा कूटनीतिक स्तर पर प्रयास जारी हैं।
