डिप्टी रेंजर टीकाराम हनोतेडिप्टी रेंजर टीकाराम हनोते

बर्खास्त वनरक्षक हिमांशु घोरमारे अब भी फरार, अब तक 7 की गिरफ्तारी — स्टेट टाइगर स्ट्राइक फोर्स कर रही जांच

गणेश पाण्डेय, भोपाल। बालाघाट जिले के लालबर्रा वन रेंज में बाघ की रहस्यमय मौत और उसके शव के बगैर प्रोटोकॉल अंतिम संस्कार के मामले में बड़ा अपडेट सामने आया है।
तीन माह से फरार चल रहे बर्खास्त डिप्टी रेंजर टीकाराम हनोते को स्टेट टाइगर स्ट्राइक फोर्स (STSF) की टीम ने जबलपुर से गिरफ्तार कर लिया है।

टीम ने आरोपी को वारासिवनी न्यायालय में पेश किया, जहाँ से उसे रिमांड पर लिया गया है।
हालाँकि, इस मामले का दूसरा आरोपी बर्खास्त वनरक्षक हिमांशु घोरमारे अभी भी फरार है, जिसकी तलाश जारी है।

वनरक्षक हिमांशु घोरमारे अभी भी फरार
वनरक्षक हिमांशु घोरमारे अभी भी फरार

 

27 जुलाई को मिला था बाघ का शव

घटना 27 जुलाई की है, जब लालबर्रा वन परिक्षेत्र के सोनेवानी बीट (कक्ष क्रमांक 443) में पोटुटोला नहर के पास एक नाले में मरा हुआ बाघ पाया गया था।
डिप्टी रेंजर टीकाराम हनोते और वनरक्षक हिमांशु घोरमारे ने कथित रूप से सुरक्षा श्रमिकों को निर्देश दिया कि शव का अंतिम संस्कार कर दिया जाए।

29 जुलाई को चौकीदारों ने बाघ के शव को जला कर नष्ट कर दिया।
2 अगस्त को यह पूरा मामला व्हाट्सएप संदेश के ज़रिए सार्वजनिक हुआ, जिसके बाद वन विभाग ने तत्काल जांच शुरू की।

अब तक 7 आरोपी गिरफ्तार, 2 पर 5000-5000 रुपये का इनाम

जांच में सामने आया कि बाघ के शव को जलाने के मामले में कुल 8 लोगों की संलिप्तता है।

  • इनमें से 6 सुरक्षा श्रमिक / चौकीदार — हरीलाल, शिवकुमार, शैलेश, अनुज, मानसिंह और देवसिंह — पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
  • टीकाराम हनोते (डिप्टी रेंजर) को अब पकड़ा गया है।
  • वनरक्षक हिमांशु घोरमारे अब भी फरार है।

दोनों बर्खास्त अधिकारियों पर विभाग ने ₹5,000-₹5,000 का इनाम घोषित किया था।

जांच अब STSF के हाथों में

इस मामले की जांच स्टेट टाइगर स्ट्राइक फोर्स (STSF) की पाँच सदस्यीय टीम कर रही है।
पहले विभागीय स्तर पर एक एसआईटी (SIT) बनाई गई थी, लेकिन STSF के हस्तक्षेप के बाद उसे भंग कर दिया गया।

सूत्रों के अनुसार, जांच में उच्च अधिकारियों की लापरवाही भी सामने आई है।
इसलिए विभाग ने डीएफओ और एसडीओ के खिलाफ कार्रवाई का प्रस्ताव शासन को भेजा है।

फरारी और बर्खास्तगी की कहानी

मामला सामने आने के बाद डिप्टी रेंजर और वनरक्षक दोनों को सस्पेंड किया गया था।
विभाग ने उन्हें उपस्थित होने के लिए कई नोटिस जारी किए, लेकिन दोनों हाजिर नहीं हुए।
आखिरकार तीन माह पहले दोनों को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था।

क्या हैं मामला

  • घटना स्थल: सोनेवानी, कक्ष क्रमांक 443, लालबर्रा रेंज, बालाघाट
  • घटना तिथि: 27 जुलाई 2025
  • शव जलाने की तिथि: 29 जुलाई 2025
  • मामला सामने आने की तिथि: 2 अगस्त 2025
  • अब तक गिरफ्तारी: 7
  • फरार आरोपी: 1 (वनरक्षक हिमांशु घोरमारे)

जांच अधिकारियों का कहना है —

“मामला बेहद गंभीर है। बाघ के शव को नष्ट करने का सीधा उल्लंघन वन्यजीव संरक्षण कानून का है।
हर स्तर पर जांच हो रही है, और सभी जिम्मेदारों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
STSF अधिकारी (नाम गोपनीय)