वर्ष 2024-25 में कुल टर्नओवर 21.18 करोड़ रुपये, सरकारी और खुदरा दोनों क्षेत्रों में हुई आपूर्ति
गणेश पाण्डेय, भोपाल। राज्य के वन विभाग के अधीन कार्यरत लघु वनोपज संघ ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में अपने हर्बल उत्पादों की आपूर्ति के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है।
संघ ने अपने लघु वनोपज प्रसंस्करण एवं अनुसंधान केंद्र, भोपाल के माध्यम से विभिन्न शासकीय विभागों — विशेष रूप से आयुष विभाग — को ₹20 करोड़ 66 लाख 26 हजार 786 रुपये मूल्य की हर्बल औषधियों की आपूर्ति की है।
सरकारी आपूर्ति में रिकॉर्ड ऑर्डर
संघ को वर्ष 2024-25 में कुल ₹29 करोड़ 46 लाख 60 हजार 566 रुपये के सरकारी ऑर्डर प्राप्त हुए थे।
इनमें से 20.66 करोड़ रुपये की आपूर्ति सफलतापूर्वक पूरी की जा चुकी है।
हर्बल औषधियों की यह आपूर्ति विभिन्न सरकारी योजनाओं और स्वास्थ्य संस्थानों के लिए की गई।

रिटेल क्षेत्र में भी बढ़ी बिक्री
सरकारी सप्लाई के अलावा संघ ने रिटेल सप्लाई के माध्यम से भी अच्छा प्रदर्शन किया।
वित्तीय वर्ष 2024-25 में अपने “संजीवनी केंद्रों” और अन्य खुदरा बिक्री केंद्रों के माध्यम से
कुल ₹52 लाख 39 हजार 195 रुपये की हर्बल औषधियाँ बेची गईं।
कुल टर्नओवर 21.18 करोड़ रुपये
सरकारी और रिटेल सप्लाई को मिलाकर संघ का कुल हर्बल उत्पाद टर्नओवर ₹21 करोड़ 18 लाख 65 हजार 982 रुपये रहा।
यह आंकड़ा पिछले वर्षों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन दर्शाता है और संकेत देता है कि
राज्य में हर्बल औषधियों की मांग लगातार बढ़ रही है।
वनोपज संघ की भूमिका
लघु वनोपज संघ न केवल हर्बल औषधियों के उत्पादन और आपूर्ति का कार्य करता है,
बल्कि यह वन उत्पादों के संरक्षण, प्रसंस्करण और अनुसंधान पर भी काम करता है।
इससे न केवल राज्य के वनवासी समुदायों को रोजगार मिलता है,
बल्कि स्थानीय वन संसाधनों का उपयोग सतत रूप से सुनिश्चित होता है।
संघ की उपलब्धियाँ (वर्ष 2024-25):
- कुल सरकारी ऑर्डर: ₹29.46 करोड़
- पूरी की गई सरकारी आपूर्ति: ₹20.66 करोड़
- रिटेल सप्लाई: ₹0.52 करोड़
- कुल टर्नओवर: ₹21.18 करोड़
