आईबीएन, भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि मध्यप्रदेश, भगवान श्रीकृष्ण और भगवान श्रीराम के वास से प्रेरित और पावन भूमि है। उन्होंने बताया कि उज्जैन के सांदीपनि आश्रम में शिक्षा ग्रहण करने से लेकर भगवान श्रीकृष्ण और सुदामा की मित्रता, रुक्मणी हरण में वीरता, और जानापाव में परशुराम जी से सुदर्शन चक्र प्राप्त करने की घटनाएं प्रदेश की गौरवशाली धार्मिक विरासत को दर्शाती हैं।
मुख्यमंत्री ने जन्माष्टमी के अवसर पर प्रदेशवासियों से आह्वान किया कि वे भगवान श्रीकृष्ण से जुड़े इन पवित्र स्थलों का स्मरण करें और उनकी शिक्षाओं को आत्मसात करें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने इन सभी स्थलों को तीर्थ के रूप में विकसित करने का संकल्प लिया है।
डॉ. यादव ने जन्माष्टमी पर्व पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं और बधाई देते हुए कहा कि आधुनिक समय में भगवान श्रीकृष्ण के इतिहास को जीवंत करते हुए उनकी मित्रता, वीरता, विनम्रता, और शिक्षा ग्रहण करने के संदेश को जन-जन तक पहुंचाना आवश्यक है।
