आईबीएन, डेस्क। RADHA ASHTHAMI SPACIAL : राधा अष्टमी, भगवान कृष्ण की प्राण प्रिया राधारानी के जन्मोत्सव के रूप में मनाई जाती है। यह त्योहार भक्तों के लिए विशेष महत्व रखता है, खासकर ब्रज क्षेत्र और वैष्णव समुदाय में। राधा रानी को भगवान कृष्ण की अनन्य प्रेमिका और आध्यात्मिक गुरु के रूप में पूजा जाता है। राधा और कृष्ण के अटूट प्रेम और भक्ति का प्रतीक यह पर्व भक्तों को प्रेम और भक्ति के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है।
🌸 राधा अष्टमी 2024
- तिथि: 11 सितंबर 2024, बुधवार
- पूजा का समय: 11:04 AM से 01:34 PM
- योग: प्रीति योग (11:55 AM तक) और आयुष्मान योग
RADHA ASHTHAMI SPACIAL : राधा अष्टमी का महत्व
राधा अष्टमी का पर्व भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन राधा रानी के जन्म का उत्सव मनाया जाता है, जिसे श्री कृष्ण जन्माष्टमी के 15 दिन बाद मनाया जाता है। राधा अष्टमी का महत्व केवल ब्रज क्षेत्र तक सीमित नहीं है, बल्कि इसे देशभर में भक्तिपूर्वक मनाया जाता है।
🕉️ RADHA ASHTHAMI SPACIAL : राधा अष्टमी व्रत का शुभ मुहूर्त
- अष्टमी तिथि का आरंभ: 10 सितंबर 2024, सुबह 11:11 बजे
- अष्टमी तिथि का समापन: 11 सितंबर 2024, सुबह 11:46 बजे
- व्रत और पूजा का दिन: 11 सितंबर 2024, बुधवार
- पूजा का शुभ मुहूर्त: सुबह 11:04 बजे से दोपहर 01:34 बजे तक
- प्रीति योग: प्रातः 11:55 बजे तक
- आयुष्मान योग का आरंभ: प्रीति योग के बाद
RADHA ASHTHAMI SPAICAL : पूजा और व्रत का महत्व
शास्त्रों के अनुसार, राधा रानी का जन्म मध्याह्न काल में हुआ था, इसलिए इस समय को पूजा के लिए विशेष रूप से शुभ माना गया है। इस दिन भक्त व्रत रखते हैं और राधा रानी की पूजा अर्चना करते हैं। राधा अष्टमी के दिन प्रीति योग और आयुष्मान योग का संयोग बन रहा है, जो पूजा और व्रत के लिए अत्यंत शुभ माने गए हैं।
📜 पूजा विधि और महत्व
- मध्याह्न काल में पूजा का महत्व
- प्रीति और आयुष्मान योग का संयोग
- व्रत और भक्ति से मिलता है राधारानी का आशीर्वाद
RADHA ASHTHAMI SPAICAL : राधा रानी के दिव्य प्रेम का प्रतीक
राधा रानी का प्रेम और भक्ति, भगवान कृष्ण के साथ उनके अद्वितीय संबंध को दर्शाता है। राधा अष्टमी का पर्व हमें यह सिखाता है कि प्रेम और भक्ति में समर्पण और नि:स्वार्थता का विशेष स्थान है। भक्त इस दिन राधारानी के आदर्शों का स्मरण करते हैं और उनके बताए प्रेम के मार्ग पर चलने की प्रेरणा प्राप्त करते हैं।
💖 राधा रानी का महत्व
- भगवान कृष्ण की प्राण प्रिय
- प्रेम और भक्ति की आदर्श
- आध्यात्मिक गुरु के रूप में पूजी जाती हैं
RADHA ASHTHAMI SPAICAL : राधा अष्टमी के इस पावन अवसर पर भक्तगण राधारानी की कृपा प्राप्त करने के लिए व्रत रखते हैं और पूरे श्रद्धा भाव से उनकी पूजा करते हैं। यह पर्व हमें प्रेम और भक्ति के सच्चे अर्थों को समझने और उन्हें अपने जीवन में अपनाने की प्रेरणा देता है।