महाकाल का श्रीगणेश स्वरूप

आईबीएन, उज्जैन। उज्जैन के विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में गणेशोत्सव के अवसर पर प्रतिदिन बाबा महाकाल को श्री गणेश के रूप में शृंगारित किया जा रहा है। भस्म आरती के दौरान कभी भांग, तो कभी मावे और पूजन सामग्री से श्री गणेश का रूप बनाया जा रहा है। सोमवार को भाद्रपद शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर सुबह चार बजे बाबा महाकाल ने जागकर भक्तों को श्री गणेश स्वरूप में दर्शन दिए, जिसका लाभ हजारों श्रद्धालुओं ने उठाया।

महाकाल भस्म आरती 16 सितम्बर

मंदिर के पुजारी पंडित महेश शर्मा ने बताया कि भगवान वीरभद्र और मानभद्र की आज्ञा लेकर मंदिर के पट खोले गए और पंचामृत अभिषेक के बाद बाबा महाकाल का विशेष शृंगार किया गया। इस दिन बाबा का शृंगार भांग से किया गया और उन्हें नवीन मुकुट से अलंकृत किया गया। इसके बाद महानिर्वाणी अखाड़े की ओर से भस्म अर्पित की गई, और भव्य भस्म आरती का आयोजन किया गया।

श्रृंगार आरती

भस्म आरती के बाद सुबह 7 से साढ़े 7 बजे के बीच महाकाल की शृंगार आरती भी की गई, जिसमें बाबा महाकाल को विशेष रूप से सजाया गया और उनका दिव्य स्वरूप भक्तों को प्रस्तुत किया गया।

श्रद्धालुओं ने नंदी हॉल और गणेश मंडपम से बाबा महाकाल की दिव्य भस्म आरती के साथ शृंगार आरती के दर्शन किए। इस दौरान भक्तों ने बाबा महाकाल के निराकार से साकार स्वरूप का दर्शन किया और ‘जय श्री महाकाल’ और ‘जय श्री गणेश’ के जयघोष से वातावरण को भक्तिमय बना दिया।