गोपाल का सवाल

महिलाओं और बच्चियों के खिलाफ बढ़ते अपराधों पर जताई चिंता, रावण दहन की प्रासंगिकता पर उठाए सवाल

आईबीएन, डिजिटल डेस्क। मध्य प्रदेश में शारदीय नवरात्र के अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव ने महिलाओं और बच्चियों के खिलाफ बढ़ते अपराधों पर गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने एक भावुक सोशल मीडिया पोस्ट में रावण और बच्ची की तस्वीर साझा करते हुए सवाल उठाया कि क्या हम रावण दहन के अधिकारी हैं?

गोपाल भार्गव ने अपनी पोस्ट के माध्यम से समाज को आत्ममंथन करने का संदेश दिया, जिसमें उन्होंने महिलाओं के प्रति हो रही हिंसा और मासूम बच्चियों पर हो रहे अत्याचारों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा, “क्या हम लंकापति रावण का पुतला जलाने की पात्रता रखते हैं, जब हमारे समाज में बच्चियों और महिलाओं पर अत्याचार बढ़ रहे हैं?”

दशहरा पर रावण दहन की प्रासंगिकता पर सवाल

भार्गव ने नवरात्रि के पावन पर्व पर माता और कन्याओं के पूजन की परंपरा का जिक्र करते हुए लिखा कि जिस समाज में हम दुर्गा पूजन और कन्या पूजन करते हैं, वहीं दूसरी ओर मासूम बच्चियों के साथ अत्याचार की खबरें भी आम हो चुकी हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया के किसी भी देश में इस तरह के अपराधों की इतनी खबरें नहीं मिलतीं जितनी हमारे देश में देखने को मिलती हैं।

रामायण की चौपाई का हवाला

गोपाल भार्गव ने अपनी पोस्ट में रामायण की चौपाई का हवाला देते हुए कहा कि रावण ने माता सीता का अपहरण किया था, लेकिन उनके साथ कभी अमर्यादित व्यवहार नहीं किया। उन्होंने लिखा कि रावण जैसे महाज्ञानी और तपस्वी का पुतला दहन करने का औचित्य तब है जब हम खुद अपने अंदर के रावण का अंत करें।

समाज को आत्ममंथन की जरूरत

पूर्व मंत्री ने समाज को आह्वान किया कि हमें खुद के भीतर के रावण को मारने का प्रण लेना होगा, क्योंकि यही अंदर का रावण ऐसे जघन्य अपराधों के लिए प्रेरित करता है। उन्होंने कहा कि नवरात्रि के महापर्व पर समाज को यह आत्ममंथन करना होगा कि आखिर क्यों मृत्यु दंड और कड़ी सजा के बावजूद महिलाओं और बच्चियों के खिलाफ अपराध बढ़ते जा रहे हैं।

सियासी मायने और प्रतिक्रिया

गोपाल भार्गव की इस पोस्ट के बाद राजनीतिक गलियारों में इसके कई मायने निकाले जा रहे हैं। उन्होंने रावण, दशहरा और मासूम बच्चियों के साथ हो रहे अपराधों को लेकर अहम मुद्दे उठाए हैं, जो कि समाज और राजनीति दोनों के लिए विचारणीय हैं।

गौरतलब है कि गोपाल भार्गव सागर जिले की रहली विधानसभा सीट से लगातार 9 बार विधायक चुने गए हैं और प्रदेश के सबसे सीनियर विधायक हैं। उनकी इस पोस्ट ने दशहरे पर रावण दहन की प्रासंगिकता और समाज में महिला सुरक्षा पर नए सिरे से चर्चा शुरू कर दी है।