आईबीएन, प्रयागराज। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के महासचिव दत्तात्रेय होसबाले ने हिंदू समाज की एकजुटता पर जोर देते हुए कहा कि यह समाज और जनकल्याण दोनों के लिए आवश्यक है। उनके इस बयान के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हालिया विचारों की भी चर्चा हो रही है, जिसमें उन्होंने हिंदू समुदाय की मजबूत एकता की वकालत की थी।
दत्तात्रेय होसबाले ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि आरएसएस का उद्देश्य देश की एकता और अखंडता को बनाए रखना है। उन्होंने बताया कि संघ की शाखाएं अब 72,354 तक बढ़ चुकी हैं और यह संख्या पिछले साल से अधिक है। होसबाले ने मौजूदा हालात में समाज में एकता बनाए रखने की आवश्यकता पर बल दिया, खासकर ऐसे समय में जब कई जगह धर्मांतरण के मामले सामने आ रहे हैं और धार्मिक आयोजनों जैसे गणेश पूजा और दुर्गा पूजा पर हमले किए जा रहे हैं। उनका मानना है कि इन चुनौतियों का सामना करते हुए समाज को अपनी सुरक्षा और एकता बनाए रखनी चाहिए, ताकि शांति बनी रहे।
ओटीटी प्लेटफार्म पर नियंत्रण जरूरी : होसबोले
होसबाले ने ओटीटी प्लेटफार्म पर आने वाले कुछ कंटेंट को लेकर भी चिंता जाहिर की। उन्होंने सनातन संस्कृति पर प्रहार करने वाले कुछ फिल्मों की ओर इशारा करते हुए कहा कि इन प्लेटफार्मों पर नियंत्रण के लिए कानून और नियमों की आवश्यकता है, ताकि सनातन परंपराओं की गरिमा बनी रहे। इसके अलावा, उन्होंने बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर हो रहे अत्याचार का भी मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि विदेशों में कहीं भी हिंदू समुदाय को परेशानी का सामना करना पड़े, तो वे हमेशा भारत की ओर देखता है। भारत सरकार ने ऐसे मामलों में कदम उठाकर वैश्विक हिंदू समाज के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखाई है।
योगी आदित्यनाथ का बयान भी इस संदर्भ में उल्लेखनीय है, जिसमें उन्होंने कहा था कि हिंदू समाज को एकजुट होकर काम करना चाहिए, क्योंकि इससे समाज में स्थिरता और शांति बनी रहती है। दत्तात्रेय होसबाले और योगी आदित्यनाथ, दोनों का ही मानना है कि समाज में एकता और सामंजस्य राष्ट्र के विकास और शांति के लिए बेहद जरूरी है।