संगठन पर्व पर सीएम मोहन ने की कई घोषणाएं
  • मुख्यमंत्री मोहन यादव ने संगठन पर्व पर रोजगार और विकास पर दिया जोर

  • बेरोजगारों की सूची बनाए सांसद और विधायक

  • 10 गाय से ज्यादा पालने वालों को मिलेगा अनुदान

  • 7 दिसंबर को नर्मदापुरम में इन्वेस्टर समिट

आईबीएन, बीना/सागर। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेश भाजपा कार्यालय में आयोजित संगठन पर्व कार्यशाला के दौरान सांसदों और विधायकों से बेरोजगारों की सूची तैयार करने की अपील की ताकि उन्हें रोजगार प्रदान किया जा सके। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने भाजपा कार्यकर्ताओं को त्योहारों के साथ-साथ संगठन पर्व को भी उत्साहपूर्वक मनाने का आग्रह किया। साथ ही उन्होंने नारी सशक्तिकरण के लिए उठाए जा रहे कदमों की जानकारी दी और आगामी 1 नवंबर को भाजपा स्थापना दिवस से जुड़ी गतिविधियों की रूपरेखा साझा की।

पशुपालन को बढ़ावा और दूध उत्पादन में वृद्धि की योजना

मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने बताया कि राज्य में पशुपालन को प्रोत्साहन देने के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। उन्होंने दूध उत्पादन में प्रदेश का योगदान 20 प्रतिशत तक बढ़ाने के लिए कार्य योजना पर जोर दिया और 10 से अधिक गाय पालने वाले पशुपालकों को अनुदान देने की घोषणा की। 15 नवंबर को धार में बिरसा मुंडा जयंती समारोह को भी धूमधाम से मनाने की बात कही।

औद्योगिक और रोजगार विकास के लिए विशेष योजनाएं

मुख्यमंत्री ने रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के माध्यम से प्रदेश के विभिन्न संभागों में उद्योगों को प्रोत्साहित करने की योजना प्रस्तुत की। आगामी 7 दिसंबर को नर्मदापुरम में होने वाली इन्वेस्टर समिट के संदर्भ में विधायकों को जिला अध्यक्षों के साथ बैठकर विकास कार्यों के प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने लोकसभा क्षेत्र के लिए 120 करोड़ रुपए और प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के लिए 15 करोड़ रुपए के कार्यों की मंजूरी की भी घोषणा की।

स्वास्थ्य सेवा: आयुष्मान योजना में सुधार

एक्सीडेंट में घायल लोगों की चिकित्सा सुविधा को और बेहतर बनाने के लिए मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि आयुष्मान योजना के दायरे से बाहर रहने वालों को भी मामूली शुल्क पर उपचार की सुविधा प्रदान की जाएगी, जिसका शेष खर्च सरकार उठाएगी।

चर्चा में रहा कांग्रेस विधायक निर्मला सप्रे का संगठन पर्व में शामिल होना

विधायक निर्मला सप्रे की टिप्पणी: “मैं जनता की विधायक हूँ”

कांग्रेस विधायक निर्मला सप्रे ने भी संगठन पर्व में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई, लेकिन उन्होंने स्पष्ट किया कि वे भाजपा की सदस्य नहीं हैं। बीना विधानसभा क्षेत्र से विधायक सप्रे ने कहा कि वे जनता की हितैषी हैं और उनके हित में ही निर्णय लेंगी। जब उनसे भाजपा में शामिल होने के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने इस पर सीधा जवाब न देकर कहा कि लोग स्वयं इसका अनुमान लगा सकते हैं।