जीका वायरस से हो सकते है लकवे का शिकार

आईबीएन, हेल्थ डेस्क। गुजरात के गांधीनगर में जीका वायरस का एक नया मामला सामने आया है, जिसने मच्छरजनित इस बीमारी को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं। अधिकारियों ने जानकारी दी कि एक 70 वर्षीय व्यक्ति को जीका वायरस से संक्रमित पाया गया। मरीज को सर्दी, बुखार और जोड़ों में दर्द की शिकायत थी, जिसके बाद जांच में जीका वायरस की पुष्टि हुई। ठीक होने के बाद उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। इसके अलावा, स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों ने उस क्षेत्र का दौरा किया और लोगों की निगरानी और जांच के उपाय किए हैं।

पिछले कुछ महीनों में पुणे में भी जीका वायरस के मामले सामने आए थे, जिससे स्वास्थ्य विभाग ने इस पर सख्त निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि यह वायरस गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है और गर्भवती महिलाओं के लिए यह विशेष रूप से खतरनाक है।

जीका वायरस के लक्षण

जीका वायरस है बहुत खतरनाक

जीका वायरस के लक्षण फ्लू की तरह होते हैं, जिनमें बुखार, सिरदर्द, जोड़ों में दर्द, और कंजंक्टिवाइटिस (आंखें लाल होना) शामिल हैं। इसके अलावा त्वचा पर लाल धब्बे और हल्की सूजन भी हो सकती है। संक्रमित व्यक्ति में केवल 20% मामलों में ही लक्षण दिखाई देते हैं, जिससे पहचान में कठिनाई होती है।

एड्स की तरह फैलता है यह वायरस

जीका वायरस का प्रसार मुख्य रूप से एडीज एजिप्टी और एडीज एल्बोपिक्टस मच्छरों के काटने से होता है। हालांकि, यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भी यौन संपर्क और ब्लड ट्रांसफ्यूजन के जरिए फैल सकता है। इस वायरस का सबसे बड़ा खतरा गर्भवती महिलाओं के लिए है, क्योंकि यह भ्रूण के मस्तिष्क के विकास को प्रभावित कर सकता है।

गंभीर स्वास्थ्य प्रभाव

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कुछ मामलों में जीका वायरस से संक्रमित लोगों में गुइलेन-बैरे सिंड्रोम नामक गंभीर ऑटोइम्यून बीमारी विकसित हो सकती है, जो शरीर में कमजोरी और लकवा जैसे लक्षणों का कारण बन सकती है।

एहतियात और सुझाव

स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि लोग इस बीमारी से बचने के लिए मच्छरों से बचाव के उपाय करें और जिन इलाकों में संक्रमण फैल रहा है, वहां जाने से बचें। गर्भवती महिलाओं को विशेष एहतियात बरतने की सलाह दी गई है, और सभी लोगों को सुरक्षित यौन संबंधों के प्रति जागरूक किया गया है। संक्रमण वाले क्षेत्रों में सावधानी रखना, मास्क और कंडोम का प्रयोग करना इस बीमारी से बचाव के लिए सहायक हो सकता है।

अस्वीकरण… यह लेख सामान्य जानकारी और जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से तैयार किया गया है। इसमें दी गई जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे स्वास्थ्य से संबंधित किसी भी समस्या या बीमारी के लिए अपने डॉक्टर या स्वास्थ्य विशेषज्ञ से परामर्श लें। इस लेख में दी गई सूचनाएं विभिन्न स्रोतों से एकत्र की गई हैं और लेख का उद्देश्य पाठकों को विषय के बारे में अधिक जानकारी देना है। इंडियन ब्रेकिंग न्यूज़ इस जानकारी की सत्यता और सटीकता की पूर्ण जिम्मेदारी नहीं लेता है।