आईबीएन, नई दिल्ली। गृह मंत्रालय ने बीएसएफ के महानिदेशक नितिन अग्रवाल को उनके राज्य कैडर में वापस भेजे जाने के एक दिन बाद, एसएसबी के महानिदेशक दलजीत सिंह चौधरी को बीएसएफ के महानिदेशक का अतिरिक्त प्रभार सौंप दिया है। इस पद पर नियमित नियुक्ति तक या अगले आदेश तक दलजीत सिंह चौधरी को यह जिम्मेदारी निभानी होगी।
गृह मंत्रालय ने शुक्रवार रात को बीएसएफ के पूर्व महानिदेशक नितिन अग्रवाल को उनके पद से हटा दिया। इसके साथ ही, बीएसएफ के स्पेशल डीजी वाईबी खुरानिया को भी उनके ओडिशा कैडर में वापस भेज दिया गया है। नितिन अग्रवाल को उनके मूल कैडर केरल में वापस भेजा गया है, और इस कदम को ‘Premature repatriation’ के तौर पर देखा जा रहा है।
जम्मू और कश्मीर में आतंकवाद की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए यह कार्रवाई की गई है। माना जा रहा है कि बीएसएफ के महानिदेशक और स्पेशल डीजी की नियुक्ति में बदलाव इस क्षेत्र में आतंकियों की घुसपैठ की गंभीरता को देखते हुए किया गया है। सरकार ने जम्मू क्षेत्र में सुरक्षा ग्रिड को मजबूत करने के लिए असम राइफल्स की दो बटालियनों को स्थानांतरित करने का निर्णय लिया है, और अतिरिक्त सेना और बीएसएफ कर्मियों की तैनाती की है।
दलजीत सिंह चौधरी, जो 1990 बैच के यूपी कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं और दिल्ली में जन्मे हैं, को उनके तेज-तर्रार और प्रभावी कार्यशैली के लिए जाना जाता है। उन्हें अब तक तीन बार राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया जा चुका है। वे समाजवादी पार्टी की अखिलेश सरकार में एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) भी रह चुके हैं और केंद्र में भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारियाँ निभा चुके हैं।