सीएम मोहन ने भारतीय शिक्षा को सराहा

आईबीएन, भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शुक्रवार को राजधानी भोपाल स्थित प्रशासन अकादमी में राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान और गणवेश राशि वितरण कार्यक्रम में भारतीय शिक्षा प्रणाली की गरिमा और महत्व पर अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति के माध्यम से राज्य में संस्कार आधारित शिक्षा के समावेश की दिशा में निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने शिक्षक समुदाय की अहम भूमिका की सराहना की और इस नई नीति को भारतीय संस्कृति में समाहित गुरु-शिष्य परंपरा से प्रेरित बताया।

शिक्षक सम्मान समारोह को संबोधित करते सीएम

मुख्यमंत्री ने भारतीय समाज के इतिहास में शिक्षा की अहम भूमिका की चर्चा करते हुए भगवान श्रीराम और श्रीकृष्ण के उदाहरण दिए, जिन्होंने तत्कालीन चुनौतियों का शिक्षा के माध्यम से दृढ़ता पूर्वक सामना किया। उन्होंने बताया कि किस प्रकार चाणक्य और चंद्रगुप्त के समय से लेकर सम्राट विक्रमादित्य तक भारतीय शिक्षा प्रणाली ने समाज को दिशा देने का कार्य किया है। उन्होंने कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल मंगूभाई पटेल के साथ मां सरस्वती के चित्र पर पुष्प अर्पित कर डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के चित्र का माल्यार्पण किया।

शिक्षक सम्मान समारोह का शुभारंभ

लॉर्ड मैकाले ने भारतीय शिक्षा को कमजोर करने की कोशिश की : डॉ. यादव

डॉ. यादव ने अपने संबोधन में ब्रिटिश शासन काल में लॉर्ड मैकाले द्वारा भारतीय शिक्षा व्यवस्था को कमजोर करने के प्रयासों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि यह भारतीय शिक्षा का सुदृढ़ आधार ही था जो विभिन्न कालखंडों में विदेशी आक्रमणों के बावजूद टिका रहा। मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिक्षा में भारत के गौरवशाली इतिहास को सशक्त करते हुए नई शिक्षा नीति-2020 को लागू किया है, जिससे भारत विश्व गुरु बनने के पथ पर अग्रसर हो सके।

छात्राओं को साईकल वितरण के दौरान सीएम यादव

डॉ. यादव ने शिक्षकों और छात्रों को सम्मानित करते हुए कहा कि शिक्षा विभाग प्रदेश के लाखों विद्यार्थियों के भविष्य को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने राज्य के 54 लाख छात्रों के खातों में गणवेश के लिए 324 करोड़ रुपये की राशि सिंगल क्लिक से अंतरित की।

बेहतर शिक्षा के लिए प्रदेश सरकार का निरंतर प्रयास : स्कूल शिक्षा मंत्री

कार्यक्रम में स्कूल शिक्षा मंत्री श्री उदय प्रताप सिंह ने कहा कि राज्य सरकार शिक्षा के क्षेत्र में सकारात्मक सुधार और उन्नति के लिए निरंतर कार्यरत है। उन्होंने बताया कि इस साल 74,000 से अधिक अतिथि शिक्षकों को जोड़ा गया है ताकि शिक्षा का स्तर और अधिक ऊंचा हो सके। कार्यक्रम के दौरान प्रमुख सचिव जनजातीय कार्य डॉ. ई. रमेश, और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

कार्यक्रम में नवाचार पुरस्कार विजेताओं का सम्मान

प्रशासन अकादमी में शिक्षकों का हुआ सम्मान

इस अवसर पर मुख्यमंत्री और राज्यपाल ने राज्य स्तरीय शिक्षक पुरस्कार, राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार विजेता, और नवाचार श्रेणी में विश्वस्तरीय मान्यता प्राप्त शिक्षकों का सम्मान भी किया। इंस्पायर अवार्ड मानक योजना के तहत तीन छात्रों और उनके गाइड शिक्षकों को भी सम्मानित किया गया।