आईबीएन, भोपाल। मध्यप्रदेश के कुछ जिलों में तेज बारिश का दौर जारी है। राजधानी भोपाल में शुक्रवार सुबह से धूप-छांव की आंख-मिचौली चलती रही। दोपहर तीन बजे के बाद तेज बारिश हुई। बड़वानी में नर्मदा नदी खतरे के निशान से 7 मीटर ऊपर बह रही है। नर्मदा के तटीय गांवों में डूब का खतरा मंडराने लगा है। राजघाट का पुराना पुल डूब चुका है। घाट के ऊपर बने दत्त मंदिर के अंदर तक पानी पहुंच गया है। जिला प्रशासन व एनवीडीए (नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण) विभाग भी अलर्ट है।

बैतूल जिले के मुलताई ब्लॉक में वर्धा के 6 और चन्दोरा डैम के सभी आठ गेट खोल दिए गए हैं। इससे पहले जिले के सिलादेही गांव में गुरुवार रात तेज बारिश के बाद शुक्रवार सुबह चैक डैम फूट गया। ग्रामीणों ने बताया कि रात में ही डैम से रिसाव शुरू हो गया था, लेकिन सुबह होते-होते डैम का एक बड़ा हिस्सा टूट गया और पानी के तेज बहाव में बह गया। तेज बारिश के चलते सड़क से 2 फीट ऊपर पानी बह रहा है। वहीं, पारसडोह डैम के दो गेट को दो मीटर तक खोल दिया गया है। सीईओ मनीष शेंडे ने बताया कि तेज बारिश के कारण डैम के बहने की बात सामने आई है। ताप्ती नदी उफान पर है। इसकी वजह से ताप्ती सरोवर भी ओवरफ्लो होकर बह रहा है। सरोवर के ओवरफ्लो होने पर लोगों ने ढोल की थाप पर नाचकर खुशी मनाई।

मुलताई में अंभोरा नदी भी उफान पर है। यहां पट्टन में घाट-अमरावती के बीच पड़ने वाली पुलिया का आधा हिस्सा बह गया। पानी कई फीट ऊपर से बह रहा है। आवागमन पूरी तरह से बंद है। मौके पर फिलहाल प्रशासन का कोई कर्मचारी या अधिकारी मौजूद नहीं है। ग्रामीणों ने ही लोगों की आवाजाही रोक दी है।

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