आईबीएन, भोपाल/नई दिल्ली। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर चल रही उठा पटक के बीच सितम्बर माह के आखिरी दिन टाइम्स नाउ ने चौंकाने वाले ओपिनयिन पोल जारी किया है। इस ओपिनयिन पोल सर्वे के मुताबिक, सत्तारुढ़ बीजेपी और मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस में कांटे के टक्कर होने के आसार जताए जा रहे हैं। आंकड़े लगभग 2018 के चुनावी नतीजों के जैसे ही है, बस इस बार पिछले चुनाव में कांग्रेस के सेनापति ज्योतिरादित्य सिंधिया भाजपा के खेमे में नजर आएंगे। ऐसे में यह सर्वे कांग्रेस को जरूर राहत देगा। पर मध्यप्रदेश में कौन सरकार बनाएगा यह फैसला तो अंततः जनता को ही करना है।

सर्वे के अनुसार आगामी विधानसभा चुनाव प्रदेश में दोनों दलों को लगभग 42 फीसदी वोट शेयर मिलने की संभावना है। कांग्रेस ओवर ऑल 43.80 फीसदी वोट शेयर के साथ, 230 सीटों वाली विधानसभा में 118 से 128 सीटें मिलने की उम्मीद है। साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को प्रदेश की 114 सीटों पर जीत मिली थी। ये तब है, जब केवल भाजपा ने 79 सीटों पर टिकट घोषित किए हैं और कांग्रेस ने खाता ही नहीं खोला है। सीधी बात है, प्रदेश में एंटी इनकंबैंसी हावी है।

इस समय मध्य प्रदेश में बीजेपी की सरकार है। पिछले चुनाव में यानि 2018 चुनाव में बीजेपी को 109 सीटों पर जीत मिली थी, हालांकि बाद में कांग्रेस के बागी विधायकों के सहयोग से मध्य प्रदेश में दोबारा सरकार बनाने में कामयाब रही है। टाइम्स नाउ के ओपिनियन पोल के मुताबिक, साल 2023 के चुनाव में बीजेपी को 42.80 फीसदी वोट मिलने के आसार हैं, सीट शेयर पर नजर डालें तो उसके 102 से 110 सीट आने की उम्मीद है। आगामी विधानसभा चुनाव में निर्दल उम्मीदवारों की भूमिका को नकारा नहीं जा सकता है। जारी सर्वे के मुताबिक, मध्य प्रदेश में अन्य पार्टियों को निर्दल प्रत्याशियों को 13.40 फीसदी वोट शेयर, लगभग 0 से 2 सीटों पर कामयाबी मिल सकती है।

मालवा निमाड़

मध्य प्रदेश में क्षेत्रीय आधार पर देखें तो मालवा निमाड़ में 66 विधानसभा सीटें हैं। ओपिनियन पोल सर्वे में बीजेपी यहां सिर्फ 20 से 24 सीटों पर सिमटती नजर आ रही है, जबकि कांग्रेस को 41 से 45 सीटों पर कामयाबी मिलने के आसार हैं। मध्य भारत में अन्य जगहों के मुकाबले अच्छा प्रदर्शन कर सकती है। जारी सर्वे के मुताबिक, बीजेपी 22 से 24 सीटों पर जीत दर्ज कर सकती है, जबकि कांग्रेस को यहां 12 से 14 सीटों पर सिमटती नजर आ रही है।

महाकौशल

प्रदेश की महाकौशल में क्षेत्र में कुल 38 विधानसभा सीटें हैं। यहां पर बीजेपी, कांग्रेस पर बढ़त बनाती नजर आ रही है। टाइम्स नाउ के सर्वे के मुताबिक, बीजेपी महाकौशल की 18 से 22 सीटों जीत का परचम लहरा सकती है, जबकि कांग्रेस 16 से 20 सीटों पर जीत दर्ज कर सकती है।

ग्वालियर-चंबल

ग्वालियर-चंबल में 8 जिले हैं, जहां कुल 34 विधानसभा सीटें हैं। यहां पर कांग्रेस 26 से 30 सीटों पर दर्ज कर सकती है, साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने यहां 26 सीटों पर जीत दर्ज किया था। सत्तारुढ़ बीजेपी को ग्वालियर-चंबल नाकामी हाथ लगती दिखाई पड़ रही है, बीजेपी को यहां से सिर्फ 4 से 8 सीटों पर कामयाबी मिल सकती है।

विंध्य

विंध्य का शुमार मध्य प्रदेश की राजनीति में अहम है। यहां पर कुल 30 विधानसभा सीटें हैं, यहां बीजेपी 19 से 21 सीटों पर जीत का परचम लहरा सकती है, जबकि कांग्रेस सिर्फ 8 से 10 सीटों पर सिमटती पर नजर आ रही है। अब बात करते हैं बुंदेलखंड की तो बुंदेलखंड में 26 विधानसभा सीटें हैं। टाइम्स नाउ ओपिनियिन पोल के मुताबिक, बीजेपी और कांग्रेस में यहां कांटे की टक्कर हो सकती है।

बुंदलेखंड

बीजेपी बुंदलेखंड की 13 से 15 विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज कर सकती है, जबकि कांग्रेस 11 से 13 सीटों पर जीत दर्ज कर सकती है। साल 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को यहां के 17 सीटों पर जीत मिली थी, जबकि कांग्रेस सिर्फ सात सीटों पर जीत दर्ज कर पाई थी।

मध्य भारत

मध्य भारत में भाजपा को कांग्रेस से बेहतर प्रदर्शन करने और लगभग 22-24 सीटें हासिल करने की उम्मीद है। हालांकि, कांग्रेस को 12-14 सीटें मिलने की उम्मीद है।

एबीपी न्यूज और सी वोटर्स

अगर एबीपी न्यूज और सी वोटर्स के ताजा सर्वे की बात करें तो मध्य प्रदेश में बीजेपी को 105 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया था, वहीं कांग्रेस की बात करें तो 119 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है। अन्य दलों को 6 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है।

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